केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे का विस्तार करने का फैसला किया है। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट में एक सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस योजना में अब आवारा पशुओं और जंगली जानवरों द्वारा फसल को पहुंचाए गए नुकसान को भी शामिल किया जाएगा।
कई राज्यों में आवारा पशु और जंगली जानवर जैसे हाथी, सूअर और नीलगाय फसलों को व्यापक रूप से नष्ट कर देते हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि ये जानवर लगभग 10 राज्यों में अनाज और बागवानी फसलों की 30 से 50 प्रतिशत भूमि पर आक्रमण करते हैं। किसानों की लंबे समय से यह मांग थी कि पशुओं के कारण फसल को होने वाले नुकसान को भी बीमा दावों में शामिल किया जाएगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में अपने असम दौरे में किसानों की मांग को वैध और न्यायसंगत करार दिया था। एक अधिकारी ने बताया कि अब राज्यों को फसल बीमा योजना के तहत अतिरिक्त कवर के रूप में जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को अधिसूचित करने की अनुमति होगी। यह बदलाव किसानों को आवारा पशुओं और जंगली जानवरों के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान से राहत दिलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अब बुआई से कटाई के बाद तक प्राकृतिक जोखिमों और जंगली जानवरों के कारण होने वाले नुकसान के खिलाफ किसानों को सुरक्षा प्रदान करेगी। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1 जनवरी को पीएमएफबीवाई और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को 2025 से 26 तक बढ़ाने को मंजूरी दी गई है।
यह भी पढ़े: गेहूं की ऊंची कीमतों का खरीद पर नहीं होगा कोई असर!
जागरूक रहिए व नुकसान से बचिए और अन्य लोगों के जागरूकता के लिए साझा करें एवं कृषि जागृति, स्वास्थ्य सामग्री, सरकारी योजनाएं, कृषि तकनीक, व्यवसायिक एवं जैविक खेती से संबंधित जानकारियां प्राप्त करने के लिए कृषि जागृति चलो गांव की ओर के WhatsApp Group से जुड़े या कृषि संबंधित किसी भी समस्या के जैविक समाधान के लिए हमे WhatsApp करें।