रबी सीजन की बुवाई शुरू हो चुकी है। अब किसानों के लिए खाद की पर्याप्त उपलब्धता रखना कृषि विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं राजस्थान कृषि विभाग ने केन्द्र सरकार से जरूरत के मुताबिक यूरिया और डीएपी की स्वीकृति ले ली है। ऐसे में इस बार कृषि विभाग का प्रयास है कि रबी सीजन में फसलों की बुवाई के लिए किसानों को खाद की किल्लत नहीं होगी। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो रबी सीजन के लिए केन्द्र सरकार ने 14.50 लाख मीट्रिक टन यूरिया स्वीकृत किया।
वहीं 3.80 लाख मीट्रिक टन डीएपी स्वीकृत किया। 13 अक्टूबर तक केन्द्र से 1.60 लाख टन यूरिया, 0.58 लाख टन डीएपी मिल चुका। लगातार आपूर्ति जारी रहने से किसानों को खाद की कमी नहीं रहेगी। शाही ने बताया कि प्रदेश में डीएपी और यूरिया की आपूर्ति में किसी भी तरह की बाधा नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को उर्वरक की उचित मात्रा और समय पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।रबी सीजन में प्रदेश में गेहूं, चना, मसूर, सरसों, आलू, प्याज, दलहन और तिलहन की फसलों की बुवाई की जाती है।
इन फसलों की अच्छी पैदावार के लिए उर्वरकों की आवश्यकता होती है। गत खरीफ सीजन में कई राज्यों में डीएपी और यूरिया की कमी हो गई थी। इससे किसानों को परेशानी हुई थी। उत्तर प्रदेश में भी डीएपी और यूरिया की कमी से किसानों को परेशानी हुई थी। सरकार ने डीएपी और यूरिया की कमी को दूर करने के लिए कदम उठाए थे। इन कदमों के परिणामस्वरूप रबी सीजन में अब किसी भी राज्य में डीएपी और यूरिया की कमी नहीं होगी।
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