धान पर अत्यधिक निर्भरता को कम करने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पंजाब सरकार खरीफ सीजन में मक्का की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए 200 किसान मित्र तैनात करने जा रही है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया ने इस महत्वकांक्षी अभियान की घोषणा करते हुए बताया कि सरकार इस बार तीन घोषणा करते हुए बताया कि सरकार इस बार तीन लाख एकड़ क्षेत्र में मक्का की बुआई का लक्ष्य लेकर चल रही है।
खुडियां ने खरीफ बुआई की तैयारियों की समीक्षा किसान भवन में विभाग के प्रशासनिक सचिव डॉ बसंत गर्ग के साथ की। इस दौरान उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारियों को गुरदासपुर, पठानकोट, संगरूर, कपूरथला, पटियाला, जालंधर और बठिंडा जैसे जिलों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया ताकि इन क्षेत्रों में मक्का का रकबा बढ़ाया जा सके।
नव नियुक्त किसान मित्र किसानों को मक्का की खेती अपनाने और आधुनिक कृषि तकनीकों के बारे में जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। किसान मित्र किसानों के बीच संवाद स्थापित करने, मक्का की खेती के लाभ समझाने और तकनीकी मार्गदर्शन देने का काम करेंगे। इससे न केवल किसानों को मक्का उत्पादन के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि कृषि प्रणाली में विविधता भी आएगी।
कुड़ियां ने धान की सीधी बुआई तकनीक को टिकाऊ कृषि पद्धति के रूप में अपनाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहां की भूमिगत जल स्तर की गिरावट को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि किसानों के बीच जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जाए और उन्हें नई तकनीकों की ओर प्रेरित किया जाए।
सचिव डॉ बसंत गर्ग ने जानकारी दी कि विभाग ने इस साल 4,550 कीटनाशक, 6,100 बीज और 5,200 उर्वरकों के नमूने एकत्र करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसका उद्देश्य कृषि इनपुट की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और किसानों को बेहतर उपज के लिए सक्षम बनाना है।
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