मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में 14 से 21 नवंबर के दौरान गेहूं की कीमतों में 6,00 रुपए प्रति क्विंटल यानी 30 प्रतिशत का जोरदार उछाल देखने को मिला। 14 नवंबर को गेहूं का भाव 2,000 रुपए प्रति क्विंटल था, जो 21 नवंबर को बढ़कर 2,600 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। फिलहाल देश के कई बाजारों में गेहूं का भाव 2,183 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ज्यादा हैं। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के 17 नवंबर 2023 के आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन के दौरान देश के विभिन्न गेहूं उत्पादक राज्यों में 86,02 लाख हेक्टेयर पर गेहूं की फसल बोई गई है।
गेहूं की बुवाई का रकबा पिछले साल के इसी अवधि के दौरान के 91.02 लाख हेक्टर की तुलना में 5.49 प्रतिशत घटा हैं। प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में गेहूं के तहत क्षेत्रफल में 3.44 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई हैं। गुजरात में लगभग 1.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की बुवाई पूरी हो चुकी है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में बुवाई का रकबा 2.81 लाख हेक्टेयर पर था। राजस्थान सरकार के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में लगभग 7.91 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई पूरी हुई है।
जबकि पिछले साल की इसी अवधि में प्रदेश में 13.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल बोई गई थी। अमेरिका के कृषि विज्ञान की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 19 नवंबर, 2023 तक शीतकालीन गेहूं की लगभग 95 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के दौरान हुई 98 प्रतिशत की तुलना में थोड़ी कम है। यूक्रेन के उप कृषि मंत्री ने जानकारी दी है कि देश में लगभग 180 से 200 लाख टन शीतकालीन गेहूं के उत्पादन का अनुमान है, जो पिछले साल के दौरान हुए 220 लाख टन के मुकाबले 9 से 18 फीसदी कम हो सकता हैं।
त्यौहारी मांग के चलते पिछले हफ्ते देशभर की मंडियों में गेहूं की कीमतों तेजी देखने को मिली और गेहूं के भाव 8 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गए। फिलहाल त्यौहारी सीजन खत्म होने के कारण अगले कुछ दिन घरेलू बाजारों में गेहूं के लिए मांग घटने का अनुमान हैं। हालांकि, देश और विदेश में उत्पादन घटने के आसार को देखते हुए गेहूं की कीमतों में कमी आने की कोई उम्मीद नहीं है। गेहूं के भाव या तो मौजूद स्तरों पर बने रह सकते हैं या उनमें और वृद्धि देखने को मिल सकती हैं।
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