हरियाणा सरकार ने रबी विपणन सीजन 2025-26 के तहत 75 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस संबंध में समीक्षा बैठक करते हुए खरीद प्रक्रिया की सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहां की किसानों को मंडियों में किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहां कि इस साल गेहूं की बंपर पैदावार होने की संभावना है, इसलिए खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएं। उन्होंने मार्केटिंग बोर्ड को मंडियों में बड़े शेड बनाने और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मंडियों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के निर्देश दिए।
हरियाणा में इस बार सरसों की खरीद 15 मार्च से और मसूर की खरीद 20 मार्च से शुरू हो चुकी है, जो मई तक जारी रहेगी। वहीं गेहूं, जौ और चने की खरीद 1 अप्रैल से, जबकि सूरजमुखी की खरीद 1 जून से शुरू होगी। गेहूं खरीद के लिए राज्यभर में 415 मंडियां, जौ के लिए 25, चना के लिए 11, मसूर के लिए 7, सरसों के लिए 116 और सूरजमुखी के लिए 17 मंडियां संचालित की जाएंगी।
इस बार रबी फसलों के लिए एमएसपी
गेहूं के लिए 2,425 रुपए प्रति क्विंटल, जौ के लिए 1,980 रुपए प्रति क्विंटल, चना के लिए 5,650 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर के लिए 6,700 रुपए प्रति क्विंटल और सूरजमुखी के लिए 7,280 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों को खरीद प्रक्रिया की सख्त निगरानी के लिए विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य समय पर मिल सके। और किसी भी तरह की अनियमितता न हो। सरकार के इस कदम से किसानों को अपनी उपज के लिए उचित मूल्य प्राप्त होगा और हरियाणा के कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
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